नई दिल्ली पूर्व भारतीय क्रिकेटर आकाश चोपड़ा ने उस पैमाने पर सवाल उठाए हैं जिसके जरिए को आईसीसी टी20 इंटरनैशनल की टीम में शामिल किया गया है और साथ ही कप्तानी भी सौंपी गई है। अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट परिषद ने रविवार को 27 दिसंबर को टी20 इंटरनैशनल ने दशक की टीम की घोषणा की। इसमें महेंद्र सिंह धोनी को टीम का कप्तान और विकेटकीपर बनाया गया। चोपड़ा धोनी को विकेटकीपर और कप्तान की दोहरी भूमिका के रूप में शामिल किए जाने से हैरान हैं। उन्होंने कहा कि बीते 10 साल में धोनी ने भारत को कोई टी20 वर्ल्ड कप नहीं जितवाया और न ही बतौर बल्लेबाज बहुत लाजवाब प्रदर्शन किया है। चोपड़ा को लगता है कि धोनी के स्थान पर जोस बटलर जैसे खिलाड़ी को शामिल किया जाना चाहिए था। विकेटकीपर बल्लेबाज के रूप में देखें तो इंग्लैंड के जोस बटलर और साउथ अफ्रीका के क्विंटन डि कॉक दोनों ने भारत के पूर्व कप्तान से ज्यादा रन बनाए हैं। इनका स्ट्राइक रेट भी धोनी से अच्छा रहा है। धोनी की कप्तानी में भारत ने 2007 का वर्ल्ड टी20 जीता था लेकिन इसके बाद टीम एक बार फाइनल में पहुंची है और एक बार सेमीफाइनल तक का सफर तय कर पाई है। अपने फेसबुक पेज पर शेयर किए गए एक वीडियो में चोपड़ा ने कहा, 'मैं थोड़ा सा हैरान हूं क्योंकि अगर आप दशक के टी20 इंटरनैशनल की बात करें तो न तो भारत ने कुछ जीता है और न ही धोनी ने इतना अच्छा किया है। हम T20I की टीम बना रहे हैं और इसमें जोस बटलर जैसे खिलाड़ी नहीं हैं।' चोपड़ा ने इस बात पर भी हैरानी जताई कि तीनों टीमों में पाकिस्तान का कोई भी खिलाड़ी जगह नहीं बना पाया बावजूद इसके कि पाकिस्तान टी20 में नंबर वन टीम रही है और बाबर आजम रैंकिंग में नंबर वन बल्लेबाज रहे हैं। चोपड़ा इस बात भी हैरान नजर आए कि आईसीसी ने सिर्फ तीन मुख्य गेंदबाजों को टीम में चुना है। इस टीम में लसिथ मलिंगा, जसप्रीत बुमराह और राशिद खान को रखा गया है। वहीं दो बैटिंग ऑलराउंडर्स- कायरन पोलार्ड और ग्लेन मैक्सवेल को रखा गया है। चोपड़ा को लगता है कि आईसीसी की टीम एक तमाशा है और कुछ नहीं। उन्हें लगता है कि टीम में कम से कम पांच गेंदबाज होने चाहिए थे क्योंकि मैक्सवेल और पोलार्ड केवल पार्ट-टाइम गेंदबाज हैं।
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