नई दिल्लीमहान बल्लेबाज सचिन तेंडुलकर अपने समय की ऑस्ट्रेलिया की कुछ सर्वश्रेष्ठ टीमों के खिलाफ खेले हैं लेकिन जब वह मौजूदा बल्लेबाजी क्रम को देखते हैं तो उन्हें यह ‘कम स्थिर’नजर आता है जिसमें कुछ खिलाड़ी टीम में जगह बनाने के लिए खेल रहे हैं। एडीलेड में शर्मनाक हार के बाद मेलबर्न में दूसरे टेस्ट में भारत की जोरदार जीत के बाद तेंडुलकर ने ऑस्ट्रेलिया की बल्लेबाजी, अजिंक्य रहाणे की कप्तानी और मेलबर्न में पदार्पण करने वाले मोहम्मद सिराज और शुभमन गिल के प्रदर्शन पर बात की। ऑस्ट्रेलियाई बैटिंग ऑर्डर सेट नहीं तेंडुलकर ने कहा, ‘जब मैं ऑस्ट्रेलिया के मौजूदा बल्लेबाजी क्रम और अतीत के कुछ बल्लेबाजी क्रम को देखता हूं तो मुझे लगता है कि अतीत के बल्लेबाजी क्रम में स्थिरता थी। वे खिलाड़ी अलग तरह के जज्बे के साथ बल्लेबाजी करते थे लेकिन इस टीम में काफी स्थिरता नजर नहीं आती।’ पहले दो टेस्ट में ऑस्ट्रेलिया की तीन पूर्ण पारियों में भारतीय गेंदबाजों ने मेजबान टीम को क्रमश: 191, 195 और 200 रन पर ढेर कर दिया। एलेन बॉर्डर, मार्क टेलर और वॉ बंधुओं के समय ऐसा देखने को नहीं मिलता था। यहां तक कि रिकी पोंटिंग, मैथ्यू हेडन, डेमियन मार्टिन, एडम गिलक्रिस्ट और माइकल क्लार्क के समय ऑस्ट्रेलियाई टीम के साथ ऐसा नहीं था। देखें- तेंडुलकर ने कहा, ‘इस मौजूदा ऑस्ट्रेलियाई टीम में ऐसे खिलाड़ी हैं जो अच्छी फॉर्म में नहीं है और टीम में अपने स्थान को लेकर सुनिश्चित नहीं हैं। पहले की टीमों में वे बल्लेबाज अपने स्थानों पर खेलते थे क्योंकि बल्लेबाजी क्रम को लेकर काफी स्थिरता थी।’ क्यों अश्विन का शिकार हो रहे हैं स्मिथ सीरीज का आकर्षण रविचंद्रन अश्विन और स्टीव स्मिथ के बीच की जंग भी रही है और तेंडुलकर ने बताया कि आखिर क्यों यह सीनियर ऑफ स्पिनर इस बल्लेबाज पर दबदबा बनाने में सफल रहा। उन्होंने कहा, ‘पहले टेस्ट में स्मिथ आर्म बॉल पर आउट हुए या आप इसे सीधी गेंद कह सकते हैं जिसे अश्विन अलग तरह से फेंकते हैं। ऑफ स्पिनर की सीधी गेंद सतह पर तेजी से निकलती है।’ तेंडुलकर ने बताया कि किस तरह अश्विन को टर्न और उछाल मिला। उन्होंने कहा, ‘दूसरे टेस्ट में गेंद तेजी से नहीं निकली लेकिन अंगुलियां गेंद के ऊपर थी जिसके कारण उछाल और टर्न मिला।’ तेंडुलकर ने कहा, ‘स्मिथ ने नियमित ऑफ ब्रेक समझकर सामान्य फ्लिक खेला जो कोई भी बल्लेबाज करता और इसके लिए क्षेत्ररक्षक वहां मौजूद था। ’ इस दिग्गज बल्लेबाज ने कहा, ‘अश्विन ने इस गेंद और विकेट के लिए काफी अच्छी योजना बनाई थी। दोनों विश्व स्तरीय खिलाड़ी हैं, इसलिए किसी का दिन बेहतर होगा और अब तक अश्विन पहले दो टैस्ट में विजेता रहा है।’ रहाणे की कप्तानी बहुत अच्छी तेंडुलकर ने रहाणे की कप्तानी और मुश्किल हालात में उनके शतक की सराहना की। उन्होंने कहा, ‘मुझे लगता है कि यह हमारी टीम का शानदार प्रदर्शन था, जिस तरह हमारी टीम खेलने सक्षम रही और जिस तरह अजिंक्य ने टीम की अगुआई की। साथ ही अगर आप सीनियर क्रिकेट और उनके योगदान को देखो तो यह काफी अच्छा रहा।’ तेंडुलकर ने कहा कि रहाणे की 112 रन की पारी में सतर्कता और आक्रामकता का शानदार मिश्रण रहा। उन्होंने कहा, ‘मुझे लगता है कि अजिंक्य ने शानदार बल्लेबाजी की। वह शांतचित्त था। उसका रवैया आक्रामक था लेकिन धैर्य के साथ आक्रामकता का बिलकुल सही मिश्रण था।’ बुमराह चैंपियन गेंदबाज तेंडुलकर ने जीत में तेज गेंदबाजी आक्रमण के अगुआ जसप्रीत बुमराह के योगदान पर कहा, ‘तेज गेंदबाजी विभाग में, बुमराह ने आक्रमण के अगुआ के रूप में अधिक जिम्मेदारी ली और जब भी खिलाड़ी निराश थे तो उन्होंने और कड़ा प्रयास किया। यह चैंपियन गेंदबाज का संकेत है।’ शुभमन और सिराज की तारीफ पूर्व भारतीय कप्तान तेंडुलकर ने पदार्पण करते हुए 45 और 35 रन की पारी खेलने वाले गिल और पांच विकेट चटकाने वाले सिराज की भी तारीफ की। तेंडुलकर ने गिल के संदर्भ में कहा, ‘शुभमन आत्मविश्वास से भरा और सहज दिखा। उसने ऑस्ट्रेलियाई गेंदबाजों की शॉर्ट पिच गेंदबाजी पर कुछ अच्छे शॉट खेले। शीर्ष क्रम में 45 और 35 रन की पारी खेलना निश्चित तौर पर अच्छी शुरुआत है।’ उन्होंने सिराज के बारे में कहा, ‘सिराज की गेंदबाजी को मत भूलिए। ऐसा लगा ही नहीं कि वह अपना पहला टेस्ट खेल रहा है।’उन्होंने कहा, ‘उसने जिस तरह पहला ओवर किया और इसके बाद धीरे-धीरे सुधार किया लेकिन कभी नहीं लगा कि वह अपना पहला मैच खेल रहा है। उसने रणनीति बनाई थी और उसे अच्छी तरह अमलीजामा पहनाया। पदार्पण करने वाले दोनों खिलाड़ी अपनी योजनाओं को लागू करने को लेकर सहज दिखे।’ टीम में बहुआयामी क्रिकेटर तेंडुलकर के अनुसार भारत की जीत के सबसे बड़े कारणों में से एक मध्य और निचले मध्य क्रम में तीन बहुआयामी क्रिकेटरों की मौजूदगी थी। उन्होंने कहा, ‘जडेजा ने अच्छी बल्लेबाजी की। हम पांच गेंदबाजों के बारे में बात करते रहते हैं लेकिन छठे नंबर पर ऋषभ पंत, सातवें नंबर पर जडेजा और चार शतक के साथ आठवें नंबर पर अश्विन के होने से भी मदद मिली। ’ तेंडुलकर ने कहा, ‘जडेजा और अजिंक्य के बीच साझेदारी अहम थी। उन्होंने बहुमुल्य रन जोड़े और इसने उन्हें (ऑस्ट्रेलिया को) दबाव में डाला। पंत ने भी महत्वपूर्ण रन जुटाए।’
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