नई दिल्ली भारतीय महिला टेबल टेनिस पैरा एथलीट भाविनाबेन पटेल (Bhavinaben Patel) ने तोक्यो पैरालिंपिक (Tokyo Paralympics) में रविवार को भारत को पहला पदक दिलाया। मौजूदा पैरालिंपिक खेलों में भारत का यह पहला मेडल है। टेबल टेनिस क्लास 4 एकल मैच के फाइनल में भाविना को चीन की झाउ यिंग के खिलाफ 7-11, 5-11, 6-11 की शिकस्त के साथ रजत पदक से संतोष करना पड़ा। भाविनाबेन ने पहले गेम में झाउ यिंग को अच्छी टक्कर दी लेकिन चीन की दो बार की पूर्व स्वर्ण पदक खिलाड़ी ने एक बार लय हासिल करने के बाद भारतीय खिलाड़ी को कोई मौका नहीं दिया और सीधे गेम में आसान जीत दर्ज की। भाविना ने इसके साथ ही इतिहास भी रच दिया। वह पैरालिंपिक के इस स्पर्धा के फाइनल में पहुंचने वाली पहली भारतीय हैं। भाविना के इस शानदार प्रदर्शन पर उन्हें सोशल मीडिया पर बधाई देने वालों का तांता लगा हुआ है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (Narendra Modi) से लेकर खेल जगत की दिग्गज हस्तियों ने भारतीय स्टार एथलीट के प्रदर्शन की जमकर सराहना कर रहे हैं। पीएम मोदी ने ट्वीट किया, ' असाधारण भाविना पटेल ने रचा इतिहास! वह ऐतिहासिक सिल्वर मेडल घर लाईं। इसके लिए उन्हें बधाई। उनकी जीवन यात्रा प्रेरित करने वाली है और अधिक युवाओं को खेलों के प्रति आकर्षित करेगी।' सिल्वर मेडल जीतने पर पीएम मोदी ने भाविना से फोन पर उन्हें बधाई दी। मोदी ने भाविना की जमकर सराहना करते हुए कहा कि उन्होंने इतिहास रच दिया। पीएम ने भारतीय एथलीट को भविष्य के लिए शुभकामनाएं भी दी। सेमीफाइनल में चीन की मियाओ झांग को हराया था भाविना ने शनिवार को सेमीफाइनल मुकाबले में चीन की मियाओ झांग को कड़े मुकाबले में 3-2 से हराया। पटेल ने दुनिया की तीसरे नंबर की खिलाड़ी को 7-11, 11-7, 11-4, 9-11, 11-8 से हराकर भारतीय खेमे में भी सभी को चौंका दिया था। गुजरात के मैहसाणा जिले में एक छोटी परचून की दुकान चलाने वाले हंसमुखभाई पटेल की बेटी भाविना को पदक का दावेदार भी नहीं माना जा रहा था लेकिन उन्होंने अपने प्रदर्शन से इतिहास रच दिया। पटेल 2011 में दुनिया की दूसरेनंबर की खिलाड़ी भी बनी थीं। क
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