लगातार विकेट गिरने के बाद एक वक्त टीम इंडिया मुश्किल में नजर आ रही थी, लेकिन ऐसे में अपना पहला टेस्ट मैच खेल रहे श्रेयस अय्यर और अनुभवी रविंद्र जडेजा ने मोर्चा संभाला। दोनों ने पहले दिन पांचवें विकेट के लिए 113 रन की अटूट साझेदारी निभाते हुए भारत की ओर पलड़ा थोड़ा झुका दिया।
कानपुर
एक वक्त था जब भारतीय क्रिकेट में मुंबई का बोलबाला होता था। प्लेइंग इलेवन के आधे से ज्यादा खिलाड़ी इसी शहर से आते थे। विजय मांजरेकर, गावस्कर, वेंगसरकर, तेंदुलकर, आगरकर ने अलग-अलग समय पर इस शहर की नुमाइंदगी की। हिटमैन रोहित शर्मा भी मुंबई का झंडा बुलंद करते हैं। अब मुंबई क्रिकेट की इसी परम्परा को श्रेयस अय्यर बढ़ा रहे हैं।
🎥 A moment to cherish for @ShreyasIyer15 as he receives his #TeamIndia Test cap from Sunil Gavaskar - one of the be… https://t.co/NE6xpiPytd
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सफल हुआ गुरु द्रविड़ का प्रयोगसुनील गावस्कर से डेब्यू कैप दिलवाना राहुल द्रविड़ के स्टाइल का हिस्सा है। पुराने रिवाज की वापसी है। दरअसल, अपने बचपन के जिस हीरो के पोस्टर्स को युवा क्रिकेटर कमरे की दीवरों पर टांगते हैं। अगर वही आपके डेब्यू मैच से चंद मिनट पहले कंधे पर हाथ रखे और शाबाशी दे तो वही होगा, जो श्रेयस अय्यर ने न्यूजीलैंड के खिलाफ डेब्यू मैच में किया।
जिसने दी डेब्यू कैप उसी का तोड़ा रेकॉर्ड
1971 में वेस्टइंडीज के खिलाफ डेब्यू करते हुए सुनील गावस्कर ने 65 रन बनाए थे। वहीं अय्यर पहले दिन का खेल खत्म होने तक 75 रन बनाकर नाबाद रहे। श्रेयस से अब दूसरे दिन शतक की भी उम्मीद है। पुजारा और रहाणे के जल्दी आउट होने के बाद टीम इंडिया बैकफुट पर नजर आ रही थी, लेकिन जडेजा के साथ मिलकर शानदार साझेदारी करते हुए भारत अब मैच में आगे है।
श्रेयस अय्यर और सुनील गावस्कर
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